1 Part
58 times read
2 Liked
हक़ छीना है मज़दूरों का जिसने भी अब ख़ैर नहीं, आग लगा के रख देंगे हम नत्थू खैरे गैर नहीं! आंख से मंज़िल दूर नहीं हम बेटे दशरथ मांझी के, खोद ...