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वट सावित्री अमावस्या **************** मेरा सुहाग माथे की, लालिमा न समझना। दीपित है सूर्य सा, छोड़े न चमकना। यदि आंच आ गई तो, बन जाऊंगी बज्र मैं, लड़ जाऊंगी यमराज से ...