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एक प्रार्थना तुम्हारी आशीष की छाया में अनंत प्रेम की धारा बहाए, बस प्रार्थना इतनी सी है प्रार्थना कामना ना बन जाए। तुम्हारे चरणों की धूल से सुशोभित मेरा मस्तक हो, ...