0 Part
54 times read
5 Liked
मुनीम मनसुख लाल जमींदार साहब के खलिहान में चारपाई पर लेटकर धूप सेंक रहे थे,तभी रामकृपाल अहीर उनके पास आकर बोला.... "मुनीम जी! हम दूध दूह लिए हैं,अब जात हैं" "ठीक ...