लेखनी कहानी -12-Jun-2024 कविता

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*इश्क इज़हार हो चला* हसीं राहों में कमसिन तन्हा तुम मिले थे उल्फत में तेरा दीदार हो चला , चुपके से तुझसे नज़रें मिली मोहल्ले की गलियों में ओर तुझसे प्यार ...

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