लेखनी कविता -12-Jun-2024

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शीर्षक - समझौता सच तो जीवन में समझौता होता हैं। हम सभी का सहयोग भी रहता हैं। समझौता ही तो एक राह बनाता हैं। सच और झूठ फरेब के साथ रहते ...

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