1 Part
181 times read
6 Liked
मैंने आंसुओं को संभाल कर छुपा दिया है.... दर्द जब हद से बढ़ जायेगा आँखों के जरिये बह दबी दास्ताँ बयां कर जायेगा... इज़ाज़त नही आंसुओं को मनमानी करने की.... मैंने ...