अन्धायुग और नारी--भाग(१०)

10 Part

51 times read

1 Liked

मैं और चंपा चुपचाप उसी टीले के पास बैठकर उस बाँसुरी वाले की बाँसुरी सुनने लगे,बहुत ही मीठी बाँसुरी बजा रहा था वो,मैं तो जैसे उसकी बाँसुरी में खो सी गई,वो ...

×