खोया सिक्का लेखनी कविता प्रतियोगिता -23-Jun-2024

1 Part

22 times read

0 Liked

प्रतियोगिता हेतु रचना  खोया सिक्का  ************* सिक्का खोया है मेरा जीवन के उन अरमानों का।  अरमान धरा पर धरे रह गए न मोल लगा परवानों का।। जीवन की ज्योति जलाई थी ...

×