7 Part
33 times read
0 Liked
पूर्णिका _ दरिया ए इश्क। लबालब लहराते दरिया ए इश्क मुझे डुबकी लगा लेने दीजिए। महताब आफताब हुस्न की रोशनी में खुद नहला लेने दीजिए। हुस्न आपके जैसा कही देखा नही ...