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सदा मुबारक दिन हो तुझको केसर सा बन जाए। सावन की रिमझिम बूँदें जब मन को हर्षाएँ, पीहू-पीहू तब बोले पपीहा सबके मन को भाए। पपिहा जैसे पीहू बोले सबके दिल ...