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छाए बादल वर्षा होगी छाए बादल, आओ, नाचें-गाएँ। झूला झूलें आम-डाल पर, नभ तक पेंग बढ़ाएँ।। प्यासी धरती हर्षित होकर, विनय करे कर जोड़े। जीव-जंतु आहत-मन कहते, रवि बरसाए कोड़े। ताल-तलैया,पोखर-सरिता, ...