छाए बादल

1 Part

30 times read

2 Liked

छाए बादल वर्षा होगी छाए बादल,   आओ, नाचें-गाएँ। झूला झूलें आम-डाल पर, नभ तक पेंग बढ़ाएँ।। प्यासी धरती हर्षित होकर, विनय करे कर जोड़े। जीव-जंतु आहत-मन कहते, रवि बरसाए कोड़े। ताल-तलैया,पोखर-सरिता, ...

×