कोमल को कमज़ोर नहीं (कविता )-16-Aug-2024

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कोमल हूँ कमज़ोर नहीं मैं भारत की नारी हूंँ कोमल हूँ कमज़ोर नहीं, अरि की नज़र पड़ी जो मुझ पर उगता सूरज भोर नहीं। तुम झांँसी को लेने आए समझ रहे ...

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