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प्रतियोगिता हेतु दिनांक: 16/08/2024 यादें (नज़्म) ये यादें हैं सौगात तेरी जो सीने से लगाए रहते हैं. न जीते हैं. न मरते हैं। न चैन से , सांस लेते हैं. ये ...