मां की चिंता

1 Part

43 times read

1 Liked

देख दूर्दशा बेटियों की , अंदर तक रूह कांपती है। नही सुरक्षित है अब बेटी, यह सोच के मां चिंतित रहती। पग पग पर दानव हैं बैठे , विश्वास किसी का ...

×