1 Part
61 times read
1 Liked
गूंथा हुआ हूँ तेरे दिल से जयपात्र के किनारे लगी तेरी होठों की खुशबू संभालके रखा हूँ मेरे घर के सुनहरे अलमारी में। तेरी हाथ का मिठास अभी भी लगा हुआ ...