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इक्कीसवीं सदी की ये रफ़्तार देखिए, बाज़ार में मंहगाईयों की मार देखिए! फ़नकार भी हैं दोग़ले किरदार देखिए, भुखमरी की रुत में ये व्यापार देखिए! बिकता यहाँ ईमान ख़रीदार देखिए, रोटी ...