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1.चक्कर काट रही ये धरती, ऊपर ये आकाश भी है चलती-फिरती लाश यहाँ पर, टूटा एक विश्वास भी है। 2. मेरे मन की तन्हाई में मरुथल है, मधुमास भी है ...