1 Part
20 times read
1 Liked
खुदगर्ज तूने सोचा बस अपना ही फायदा, दूसरों का दर्द तुझे कब भाया? हर राह पर सिर्फ खुद को देखा, कभी न किसी का हाथ थाम पाया। तेरी आँखों में चाहत ...