लेखनी कविता -मुस्कुराने की वजह

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हां, बदल रही हूं मैं, अपने अतीत को छोड़ पीछे, दृढ़ निश्चय के साथ, आगे बढ़ रही हूं मैं, तकलीफों से सीखा मैंने दर्द से, खुद को समझा है, समेट कर ...

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