मेहंदी

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उसने  पाँव  में  मेहंदी  लगाई  थी  बारात  दरवाजे  तक  आई  थी  बज रहे थे ढोल ताशे दर पर उसके  और हमारे घर  मे वीरान  तन्हाई थी यहाँ मातम पसरा है हमारी ...

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