इंसाफ

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कौन करता अब इंसाफ, हर तरफ आप धाप।  नही रहा कोई न्याय,  अपनों का देते सब साथ।  कभी आड़े आ जाते खून के रिश्ते, वहीं मुड़ जाता इंसाफ। जब अपने होते ...

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