1 Part
128 times read
4 Liked
गीत पढ़ा लिखा कर योग्य बनाया, और तुझको पहचान दी। वृद्ध पिता लाचार हुआ तो,तूने भृकुटी तान दी।। अथक परिश्रम किया उन्हौने,कष्ट बहुत सा झेला था। उनके कांधे पर चढ़ कर,तू ...