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मृत्यु तुम इतने दबे पांव आना, कि मुझको भी ना आभास रहे। तुम मेरे समीप खड़ी हो, मेरी ही मौत का फ़रमान लिए। चिर निद्रा में सोया हुआ हूँ जब मैं, ...