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#कटाक्ष नाच रहा ताण्डव मृत्युयों के सर पर चढ़कर। झूम रहा सिंघासन देखो और सजसवर कर। ना लालच,ना तो भय,ना ही कोई है बढ़कर। परचम हमारा उड़ रहा इस धरा में ...