धरा को सजाएं,

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अंधेरी रात में जगमगाते सितारों की तरह, आओ आज धरा को सजा दें व्रह्माण्ड के नजारों की तरह। दूर दूर तक तिमिर का निशान न रहे, उजालों से परिपूर्ण हर स्थान ...

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