रात्रि का पहला पहर बीतने ही वाला था, सब लोग सो चुके थे, चारों ओर गहरा सन्नाटा पसरा हुआ था, कहीं से भी कोई आवाज नहीं आ रही थी। पहाड़ी के ...

Chapter

×