तुम और मेरी तन्हाई

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तुम सा प्यारा कोई आज तक शक्श ना देखा, भीड़ में भी तुम्हें महसूस कर के मैंने तुझको है पाया , साथ नहीं हो तुम मेरे , मगर यादें ज़िंदा रह ...

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