ज़िन्दगी एक समर्पण

1 Part

239 times read

0 Liked

🌸🌸 जिंदगी एक समर्पण है और  कुछ नही। सब कुछ तुझको है अर्पण ठौर कुछ नही। मेरी कश्ती किनारे लगा दीजिए। या सलीका हमें ही बता दीजिए। यूं मुकम्मल जहां सबको ...

×