1 Part
134 times read
8 Liked
कविता ः कविता ःअमानत ★★★★★★★★ यह जीवन 'उसकी ' अमानत अनमोल है यह जिसकी न होगी भरपाई कभी चार दिनों की जिंदगी है,चंद साँसों संग कर्मरथ पर चलें हम लेकर सुकर्म ...