5 Part
182 times read
9 Liked
चाह था जिसे इबादत की तरह मांग था जिसे दुआओ की तरह पर वो आज हम से मिलते है अजनबियों की तरह आँखों मे बसाया जिसे काजल की तरह जिस्म में ...