लेखनी कहानी -15-Nov-2021

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यह हसीन वादियां इन हसीन वादियों में। मैं तेरे और करीब आ गयी हूँ। जैसे बादल फैला कर बाहें। पर्वत से गले मिल रहा है। ये ठंडी ठंडी हवाएँ। मेरे मन ...

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