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मेरी नक़ाम मोहब्बत को बदनाम ना करना.... ए ज़माने..... मेरे रब की इनायत तो देख.... उसकी तस्वीर बनाने का हुक्म तक नहीं मुझको.... ए मेरे दोस्त.... तुझसे दूर जसना ही होगा. ...