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कुंडली छंद अपनापन दिखता नहीं, सिर्फ दिखावा आज। जगह जगह पर घूमते, बातों के परवाज।। बातों के परवाज , लाज ना थोड़ी आवे। चापलूस बन आज, लगे हैं मुंह मटकावे।। कह ...