सफर ऐ ग़मे जिंदगी, तेरे मशवरों ने मारा। मिली मौज़ मुझको हरदम, दिखा जब कभी किनारा। तेरी नवाज़िशों के सदके, रहा दर ब दर आवारा। मिले संग से सनम ही, न ...

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