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गोरी तेरे बाल प्रिय आओ ना! सुलझा दूं , तेरे लंबे ,काले,उलझे,गीले बाल। अलसायी सी क्यूँ हो बैठी , चंचल चितवन से रही निहार। पानी की बूंदे टप टप टपके , ...