1 Part
306 times read
12 Liked
दोहे समय समय बदलते अब यहांँ, लगे जरा नहि देर। सूर्योदय से है मिटे, अवनी तम का फेर।। समय बदलता है यहां, जीवन है संग्राम। साथ वक्त के ही मिले, ...