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कहीं धूप कहीं छाया ईश्वर ने सारा जहांँ बनाया, एक सा उसने कहाँ बनाया। कहीं धूप तो कहीं छाया बनाया, कोई दुखी तो कोई सुखी बनाया। अमीरी गरीबी का भेद लगाया, ...