माँ - जीवन की पहली शिक्षिका

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माँ है जीवन की रेखा, जब ना दिखें घर में कहीं तब मन हो जाए बेचैन सा, पूरी दुनिया में जन्नत मिले तो सिर्फ उनके कदमों में, प्यार की है परिभाषा,  ...

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