माँ - जीवन की पहली शिक्षिका

1 Part

273 times read

4 Liked

माँ है जीवन की रेखा, जब ना दिखें घर में कहीं तब मन हो जाए बेचैन सा, पूरी दुनिया में जन्नत मिले तो सिर्फ उनके कदमों में, प्यार की है परिभाषा,  ...

×