लेखनी कहानी -02-Dec-2021

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दिल की दहलीज़ पर कदम उनका उठना भी लाज़मी था  मेरी आँखों में इक ख्वाब उनका पलना भी लाज़मी था गुस्ताखी, कशिश, ये सब अल्फाज हैं मोहब्बत में इनका एहसास होना ...

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