लेखनी कहानी -02-Dec-2021

1 Part

357 times read

11 Liked

दिल की दहलीज़ पर कदम उनका उठना भी लाज़मी था  मेरी आँखों में इक ख्वाब उनका पलना भी लाज़मी था गुस्ताखी, कशिश, ये सब अल्फाज हैं मोहब्बत में इनका एहसास होना ...

×