1 Part
943 times read
11 Liked
द्यूत सजाये बैठे हैं अब इस जग में बहु शकुनी शस्त्र उठा ले लाज बचा ले हे प्रिय पुत्री तू अपनी छोडो कंगन छोडो मेहंदी अब तो खडग उठा लो घूंघट ...