सुख दुख

1 Part

202 times read

10 Liked

सुख दुख जीवन का खेला है  ज़िन्दगी का ये ही झमेला है  सुख का ज़िन्दगी मे ज्यादा दिन नहीं बसेरा है  दुख की छाया तो परछाई बन कर बड़ी सताती है  ...

×