अनोखा प्रेम रवि सागर का

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मैने रवि ,सागर  को देखा इक दूजे को निहारते हुए। मैने देखा समन्दर में,रवि की  छाया को समाते हुए। सागर  हिलोरें  ले रहा ,रवि  उगने  को  तत्पर था। मैने देखा लहरों को,रश्मि ...

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