1 Part
0 times read
8 Liked
है तंत्र में सब मंत्रमुग्ध ,है हृदय तल पीड़ा से क्षुब्ध बस अंतरात्मा चीत्कार करे, है प्रश्न शिकायत कौन करे। सब ज्ञानी है सब ज्ञाता है,और सत्य तो आता जाता है ...