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एक लंबे अरसे के बाद,, मैं लौटी हूं तुम तक,, ओ मेरी कलम...... तुम बिन थके, बिन रुके,, बस चलते ही जाना,, मेरी अंतिम सांसों तक,, चाहे छूटे दुनियां का साथ,, ...