ओ मेरी कलम ✍️

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 एक लंबे अरसे के बाद,,  मैं लौटी हूं तुम तक,,  ओ मेरी कलम......  तुम बिन थके, बिन रुके,,  बस चलते ही जाना,,  मेरी अंतिम सांसों तक,,  चाहे छूटे दुनियां का साथ,, ...

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