लेखनी प्रतियोगिता -13-Dec-2021 मेरे गीत

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मेरे गीत समय की धारा  कोई समझे इनको भी किनारा  चाहत ये मन में है पलती,  तितली भी अठखेलियां करती , फूलों पर भवरे मंडराते , सांझ होते ही छुप जाते,  ...

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