1 Part
190 times read
2 Liked
🇮🇳🇮🇳🇮🇳अंत 🇮🇳🇮🇳🇮🇳 क्या रोज शहादत लिखना हैं वीरों को गोली सहना हैं क्यों ना हम प्रतिकार करें, इनको ढूंढे और वार करे, क्यों गुमसुम हम बैठेंगे, क्यों जानबूझकर सहलेंगे, अब एक ...