प्रेम पास

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आओ बैठो पास मेरे तब खतम अंधेरी  रातें होंगीं  कूछ मीठी सी कुछ प्यारी सी कुछ अच्छी  सी बातें होंगीं  मधुर मिलन के लिए वही फिर लम्बी सी  रातें होंगीं ...

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